बेखौफ़ फिरूं मैं नीलगगन तितली सा मेरा चंचल मन जुल्फ की बदरी बिखराये हुए उड़ उड़ जाये मौरा बैरी मन शर्म से नज़र झुकाऊँ मैं लुक छुप ताके मोहे सजन संदेश सजन को पहुंचाए कोई आग लगाये अब मौरा यौवन आमिल #बेखौफ़फिरुमैं