अब तुम आदत नहीं मेरी, बस शिद्दत से ज्यादा हो थोड़ी, और मेरी मुक्कमल सी दुआ हुई पुरी. की तेरी होटों की हसीं न कम हो पाए बस तेरा दामन खुशियों से भर जाए . Open for Collab.. अब तुम आदत नहीं मेरी Dear all plzz .. complete this love poem.. #yqbaba