Life, Art & Us ~ Poem in the caption by #AtTeamFlower - पंख होते तो - i. सोचती हूँ पंख होते मेरे तो उड़ती नभ में या चलती धरा पर, करती मदद सबकी या बनती मुश्किल सबके लिए दुनिया में; सपनें पूरे करती या रह जाती अधूरी ख्वाहिशे रिश्तों के बंधन में, होती दूर हर कातिल निगाह से या दबोच लेते शिकारी पंजो में मुझे- बिना पंखों के अब जब कैद हूँ मै तो यह खयाल काफ़ी हैं मेरे लिए|