शीर्षक - "सुहाना सफ़र"। जीवन का हर मोड़, एक सुहाने सफर सा लगता है। संग बैठा हर मुसाफ़िर, जाना पहचाना सा लगता है। मिली नज़रे अनजानों से, कुछ बाते भी हुई, मंजिल पर उतरा हर शक्स, थोड़ा बेगाना सा लगता है। बस का निरंतर बढ़ते जाना, यू ही सर्पिली राहों पर, हर नए मुसाफ़िर को, रोमांचित,आनंदित करता है। कोई रूठता, मनाता, हसता, हसाता है तो, कोई मोन धारण, फोन धारण, व्यस्त अजीब सा लगता है। जिंदगी भी एक सफ़र है यारों, हर सफर सुहाना सा लगता है। किसने खोया, क्या पाया, कर्म यही तो झलकता है। मंजिल के अंतिम सफ़र में हर अपना, एक मुसाफ़िर सा लगता है।। @charpota_navin_ ©Navin Charpota #सफर #यात्रा #आजादी #FlyAlone #Banswarablog #deedarealfaz #poem #Butterfly