पापा से ये मंगाया था, वो मंगाया था नहीं लाए तो क्यों नहीं लाए लाए तो ये क्यों लाए वो क्यों नहीं लाए अब वो क्या कहे बच्चों से कि जेब में पैसे थोड़े कम थे कभी प्यार से, कभी डांट कर समझा देता है उनको एक बूंद आंसू की जमी रह जाती है, आँख के कोने में, लेकिन दिखती नहीं बच्चों को उस दिन दिखेगी उन्हें, जब वो खुद, बन जाएंगे माँ बाप अपने बच्चों के खाने की थाली में दो रोटी के साथ परोस दी हैं पत्नी ने दस चिंताएं कभी तुम्हीं नें बच्चों को सर चढ़ा रखा है कुछ कहते ही नही पार्ट 2 45 year old