Nojoto: Largest Storytelling Platform

हँसी पॉकेट में नहीं माल तो फिर माल नहीं पाओगे उधा

हँसी

पॉकेट में नहीं माल तो फिर माल नहीं पाओगे
उधार लोगे तो लौटाना होगा टाल नहीं पाओगे...

तेरे शहर के शहंशाह भी कटोरे लिए फिरते है
हम मालिक है गांव के यहां कंगाल नहीं पाओगे...

दूसरे की गाड़ी पर ही हाथ पैर मारना सीख लो
वरना खुद की गाड़ी ही तुम संभाल नहीं पाओगे...

मियां हंसना ही है तो खुलकर हंसो और हसाओं
क्यूंकि हर वक़्त हर जगह हरलाल नहीं पाओगे...

जहां ईमानों की तराजू पर इंसान तोला जाता है
वह खुदा का घर होता है, गोलमाल नहीं पाओगे...

Harlal Mahato

©maher singaniya हँसी...
हँसी

पॉकेट में नहीं माल तो फिर माल नहीं पाओगे
उधार लोगे तो लौटाना होगा टाल नहीं पाओगे...

तेरे शहर के शहंशाह भी कटोरे लिए फिरते है
हम मालिक है गांव के यहां कंगाल नहीं पाओगे...

दूसरे की गाड़ी पर ही हाथ पैर मारना सीख लो
वरना खुद की गाड़ी ही तुम संभाल नहीं पाओगे...

मियां हंसना ही है तो खुलकर हंसो और हसाओं
क्यूंकि हर वक़्त हर जगह हरलाल नहीं पाओगे...

जहां ईमानों की तराजू पर इंसान तोला जाता है
वह खुदा का घर होता है, गोलमाल नहीं पाओगे...

Harlal Mahato

©maher singaniya हँसी...