जिनकी फितरत में वफा नहीं होती हर हाल में वो डसा करते हैं ! भूख बढ़ती जाती है दहशत ए दरिंदा हर वक़्त वो शिकंजा कसा करते हैं ! नादान हूं मैं पागल दिल से हारा हूं समझता नहीं क्यों लोग मुझ पर हंसा करते हैं ! Jinki #fitrat mein #wafa nahi hoti Har haal mein woh dsaa karte hain ! . #bhookh barhti jati hai dehshat-e-darinda Har waqt woh #shikanja ksaa karte hain ! . #nadan hun mai #pagaldil se haara hun Samjhta nahi kyun log mujhpar #hasaa karte hain 💔