ॐ गंग गणपतेय नम: गजाननं भूत गणादि सेवितं, कपित्थ जम्बू फल चारू भक्षणम्। उमासुतं शोक विनाशकारकम् नमामि विघ्नेश्वर पाद पंकजम्॥ श्री गणेशाय नमः