Manmohan Singh अपन तो कुछ और लिखेंगे.. वह मंदी का दौर था, माहौल कुछ और था, "विकास" का जन्म इसी डॉक्टर के हाथों हुआ है, लेकिन बंदा खामोश था देश की लिए बहुत कुछ किया इसने, महंगाई को भी मुंह तोड़ जवाब दिया इसने, वह दौर कुछ और था, इसी के काम का शोर था, लेकिन बंदा या खामोश था आज कुछ जाहिल लोग इसके नाम का मजाक उड़ाते हैं, क्या तुम्हें पता भी है?? इसके नाम की स्कॉलरशिप पाने के लिए बच्चे कितना खून पसीना बहाते है?? यह दौर कुछ और है अभी भी इसके काम का थोड़ा बहुत शोर है लेकिन बंदा यह अभी भी खामोश है #manmohansingh