.. उनके सजाये सुझाये समझाये हबीब जो, गाहे बगाहे वक़्त के दस्तुर से तबदील हों..! .. बतलाने बहलाने को कोई नई तरकीब हों, अब गंगा जमनी से उम्दा कोई तस्किन हो..! ..🌿खुशामदीद.. 💞 तस्किन माने संतवना, संतोष, दिलासा।