जिदंगी की उलझनों और कशमकश में बेमौसम ही कोई बादल बरसा हुआ है ना दिखती कहीं है,ना मिलती कहीं है क्या दूर मुझसे मेरा कोई हिस्सा हुआ है... #प्यार #जिंदगी #अहसास #शायरी #कविता #दर्द #दुआ #रातकाअफ़साना