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उंगलियों ने तुम्हें जितना उकेरा उतना ही बाकी रह ग

उंगलियों ने तुम्हें जितना उकेरा 
उतना ही बाकी रह गया...!!

©दिव्य दीप
  किसी ने पूछा 
कौन है वो मेरा...?
ओह साथी !
तुम अंधकार में 
वो शीतल चांद हो 
जिसे पाने की चाहत नहीं मुझे
बस कुछ पल उस चांदनी में 
शीतलता महसूस कर लूं...!!

किसी ने पूछा कौन है वो मेरा...? ओह साथी ! तुम अंधकार में वो शीतल चांद हो जिसे पाने की चाहत नहीं मुझे बस कुछ पल उस चांदनी में शीतलता महसूस कर लूं...!! #जीवन #ज़िन्दगी #किस्से_दिल_की_किताब_के

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