Nojoto: Largest Storytelling Platform

तुम क्या हो...? मेरी हर सुबह, मेरी शाम हो तुम...

तुम क्या हो...?

मेरी हर सुबह, मेरी शाम हो तुम...
मेरी ज़िंदगी का दूजा नाम हो तुम..

मेरी ज़िंदगी एक पंक्ति जैसी,
इस पंक्ति का पूर्णविराम हो तुम...

रहना है साथ बस तुम्हारे,
मेरे जीवन का आखिरी मुकाम हो तुम...

मैं जब कुछ भी लिखूं, कोई शब्द,
उन शब्दों के अर्थ का भाव हो तुम...

मेरे हर मर्ज की दवा, मेरे हर प्रश्न का जवाब 
मेरी हर समस्या का निदान हो तुम...।

©Bhavana kmishra
  #Butterfly 
#Nojoto 
#Hindi 
#viral 
#poem 
#bhavanakmishra