प्रेम लिए नेह लिए आँगन मन का ओ चमकते स्नेह तारे दिल की जमीं पर आँखों की नमीं पर मन की कमी पर रंग भरने , सबसे हंसी, ओ प्रेम तारे आँगन मेरे ,आ जाओ taare...