रंग सहर के आज उर्स है ले कर तेरा नाम शायद मालिक ने भेजा है हम को ये पैगाम आज अना से अपनी हमको लड़नी है एक लाम रूह को अपनी पाना है इख्लास से दे कर दाम शिद्दत से सूरज पढ़ना है आकाश हुनर से मढ़ना है सर तकलीदों के चढ़ना है मुश्किल हो कितनी, बढ़ना है चाहे सुबह हो कुहासा या फिर गहरी हो शाम आज अना से अपनी हमको लड़नी है एक लाम रंग सहर के आज उर्स है ले कर तेरा नाम शायद मालिक ने भेजा है हम को ये पैगाम आज अना से अपनी हमको लड़नी है एक लाम रूह को अपनी पाना है इख्लास से दे कर दाम वो किरणों से लिखी इबारत 22 रंग सहर का आज उर्स है #kavishala #hindinama #tassavuf #skand #kiranTh #वो_किरणों_से_लिखी_इबारत #wo_kirano_se_likhi_ibarat #wokirnoselikhiibarat #रंग_सहर_का_आज_उर्स_है