जमाने मे अखलाख पसन्द काफी मिलेंगे पर दिल की गहराई में ना उतरेंगे जज़्बात पर गौर नही बात कोई और नही मतलब पसन्द काफी मिलेंगे बात अगर सही है तो ना कहेंगे बहस गलत हो या सही तुम पर मुसीबत हो कई वो तो शोहरत के साथ खेलेंगे जमाने मे अखलाख पसन्द काफी मिलेंगे पर दिल की गहराई में ना उतरेंगे देख लो सच है