Scar रूह से रूह मिलती तो अलग बात थी हमारे दिल के ज़ख्म गहरे थे उन ज़ख्मों की सिलती अलग बात थी जब भी मिली कुछ और ही थी असल प्यार बन कर मिलती अलग बात थी #गुरप्रीत_सिंह_कंगढ़