Nojoto: Largest Storytelling Platform

तुम्हारी और हमारी जितनी साँस बाकी है, अब से उसको ज़

तुम्हारी और हमारी जितनी साँस बाकी है, अब से उसको ज़ाया नही करेंगे, उसे भर देंगे किसी गुब्बारे में, फिर पकड़ लेंगे उसका आखिरी सिरा एक साथ, जैसे उसमे बंद हवा के साथ क़ैद कर रखा हो कई अरमानों को, सपनों को। इनके साथ हम दोनों को लेकर जब उड़ेगा वो गुब्बारा तो शायद उसे मुश्किल हो। क्योंकि केवल इन सबका ही बोझ नहीं है उसपर, उसे ज़मीन की तरफ खींच रहें हैं कई रिश्ते, कई स्वार्थ, कुछ विवशताएँ और बहुत कुछ। ये सब वही हैं जिन्हें आज़ादी से, उड़ने से डर लगता है, या फिर उन्हें कोई गुब्बारा न मिला हो शायद जिसके सहारे वो भी आज़ाद होना सीख पाते। चलो इन्ही इल्ज़ामों से बचने के लिए इसे गुरुत्वाकर्षण का नाम दे देते हैं, चलो अब तो कोई दोषी नहीं कहा जाएगा।
फिर भी हमे तो ऊपर जाना है, पर अभी उतनी ताकत नहीं है गुब्बारे में, चलो अभी और साँसें भरते हैं इसमें और जीते हैं अभी यहीं जमीन पर। जब साँसे पूरी हो जाएंगी तो अपने आप ये गुब्बारा हमें ऊपर ले जाएगा बिना किसी कोशिश के। नादान परिंदे, आज़ाद परिंदे #heart_out #dua
तुम्हारी और हमारी जितनी साँस बाकी है, अब से उसको ज़ाया नही करेंगे, उसे भर देंगे किसी गुब्बारे में, फिर पकड़ लेंगे उसका आखिरी सिरा एक साथ, जैसे उसमे बंद हवा के साथ क़ैद कर रखा हो कई अरमानों को, सपनों को। इनके साथ हम दोनों को लेकर जब उड़ेगा वो गुब्बारा तो शायद उसे मुश्किल हो। क्योंकि केवल इन सबका ही बोझ नहीं है उसपर, उसे ज़मीन की तरफ खींच रहें हैं कई रिश्ते, कई स्वार्थ, कुछ विवशताएँ और बहुत कुछ। ये सब वही हैं जिन्हें आज़ादी से, उड़ने से डर लगता है, या फिर उन्हें कोई गुब्बारा न मिला हो शायद जिसके सहारे वो भी आज़ाद होना सीख पाते। चलो इन्ही इल्ज़ामों से बचने के लिए इसे गुरुत्वाकर्षण का नाम दे देते हैं, चलो अब तो कोई दोषी नहीं कहा जाएगा।
फिर भी हमे तो ऊपर जाना है, पर अभी उतनी ताकत नहीं है गुब्बारे में, चलो अभी और साँसें भरते हैं इसमें और जीते हैं अभी यहीं जमीन पर। जब साँसे पूरी हो जाएंगी तो अपने आप ये गुब्बारा हमें ऊपर ले जाएगा बिना किसी कोशिश के। नादान परिंदे, आज़ाद परिंदे #heart_out #dua