ये मौसम बारिशों का है पूरी होती ख्वाहिशों का है मेरे सब्र का बांध न तोड़ो अब ये सन्नाटा बस बाढ़ के पहले का है ये मौसम बारिशों का है। #बारिश #इंतेज़ार #बाढ़ #सब्रकाबाँध #उम्मीद