क्यों आज भी वो लौट कर आई नहीं क्या, तुमने आज भी तनहा रात बिताई क्या, वो जाकर बसी है किसी गैर की बाहों में, तुमने आज भी उसकी याद में महफिल सजाई क्या, उसकी तस्वीर को देखकर बताओ ना, तुम्हारी आंख फिर भर आई क्या एक अरसा हो गया है ना उसके जाने को, आज फिर तुम्हें उसकी याद आई क्या, बोलो ना रात को आज तुम सोए नहीं, खुद से उसकी बातों में रात बिताई क्या । ©baaten_unkahin