गुनाह काशी के होते हुए भी मस्तानी इश्क़ की आग हो गयी हिन्दू होते हुए भी जोधा अकबर का चिराग हो गयी लैला मजनू,सिरी फरहान ना जाने कितनी मोहब्बतें मर के भी आबाद हो गयीं गुनेहगार जामना नही होता जनाब हर बार आज मोहब्बत, मोहब्बत नही रही सिर्फ जिस्मो का सैलाब हो गयी मोहब्बत अब नापाक हो गयी ।💔 "words from heart" @Payal Yadav #गुनाह #WOD#मोहब्बत#poetry#poet#life#society#nojoto#writinggoals#writersgoals#thought#quotes#wordsfromheart#artificialityoflove#fakerelationship