वो लड़की धूम धड़ाका थी, वो चंचल थी, वो नादान थी, ऊपर वाले का एक करिश्मा थी, वो लड़की धूम धड़ाका थी। उसके हाथों की वो रेखाएं थी, या फिर उसके नैनों की वो अदाएं थी, हर समय उसमें खो जाते थे, वो बहती हुई एक मदिरा थी। वो लड़की धूम धड़ाका थी।। वो जैसे शाम को ढलता सूरज थी, वो बर्फ के जैसे शीतल थी, वो दिल की हर एक धड़कन थी, या इश्क की बहते लहरें थी वो लड़की धूम धड़ाका थी। वो लड़की धूम धड़ाका थ।। #Love #nojoto #passion