एक मर्तबा फ़िर कोशिश कर के देख ले
मैदान-ए-जंग में बेख़ौफ उतर के देख ले
हर ख़्वाब तिरा मुकम्मल होगा एक दिन
आज दर्द की हद से गुजर के देख ले
ख़ुद पे ऐतबार नहीं तो जिंदगी क्या है?
उड़ा के परिंदे को बिना पर, के देख ले #ghazal#शायरी#hindiurdu#दिलसे#nojohindi#emotionalstory#शादग़ज़ल