अश्क मोहब्बत की मोहब्बत से गिराई जाए। बिछड़े हुए दिलों की कोई बात बनाईं जाए। माना कुदरत पे है करिश्मा का जिम्मा, पर, मख़लूक होने की तो लाज बचाईं जाए। मोहब्बत लाज