#KargilVijayDiwas अगर घन छाये गगन में तो चपला चमकनी चाहिए। जलता दीपक बुझे हवा से तो मशाल जलनी चाहिए। रावण जो छुए सिया को तो शीश कटना चाहिए। भारत माँ को तरेरे जो चक्षु उसका वक्ष फटना चाहिए। रणभूमि में ललकारे जो शत्रु शत्रुघ्न बनना चाहिए। ....... हमें सेना के बलिदानों को नहीं भूलना चाहिए। ~आशीष द्विवेदी 26 जुलाई #kargilvijaydiwas