जिन कन्धों पर बैठ कर दुनिया नापी थी, वो कन्धे आज कमजोर हो गए, वो माँ बाप आज वृद्ध हो गए। जिन्होंने जिन्दगी जीना सिखाया, हाथ पकड़ कर चलना सिखाया, वो माँ बाप आज वृद्ध हो गए। जिन्होने जिन्दगी पूरी बच्चों का, जीवन बनाने में ही बिता दी। वो आज खुद उन बच्चों की दुनिया से दूर हो गए, वो माँ बाप आज वृद्ध हो गए। जिन्होंने अपने बारे में न सोचकर बच्चों का घर बसाया, वो माँ बाप आज खुद के घर से बेघर हो गए। वो माँ बाप आज वृद्ध हो गए। #वृद्ध#हो_गए