---झूठी आस--- तू इस कदर मुझे 'झूठी आस' ना दिया कर... क्योंकि तेरी कमी से ज्यादा मुझे यह झूठी आस खलती है.... तू ना हो करीब तो चलता है, मगर तेरी राह निहारना ,इस आस में कि तू आएगा, और भी ज्यादा खलता है.... -प्रसन्नता सक्सेना ©✒️from_my_DIARIES✒ please read completely#झूठी_आस #मत_देना_आस_झूठी