दिन कुछ ऐसे गुजारता है कोई जैसे एहसा उतारता है कोई दिल में कुछ यू संभालता हूं गम जैसे जेवर संभालता है कोई आईना देखकर तसल्ली हुई हमको इस घर में जानता है कोई ©Aslam Khan #Journey