ऐ ज़िन्दगी –---------------------------- न जाने क्यों ये यकीं है, ख़्वाहिश पूरी होगी। तेरे साथ बिताए पलों की, एक दिन किताब होगी। लफ्ज़ जो बिखरे थे कागज़ों पर, रंगों में दुब कर, आसमां नया बनाएँगे। ख़्याल सारे बुन कर, एक ग़ज़ल नई बनाएँगे। साँसे पिरोई होंगी हर सफ्हे पर मैंने, तरी आहटें होंगी, लफ़्ज़ों की खनक पर, पढ़नेवालों के लिए महज़ एक कविता होगी, हर सफ्हे लेकिन, तेरी तस्वीर बानी होगी। आखरी पन्ना आते, तुर्बत मेरी बनने लगेगी, कहानी का आखिर होगा, साँसे चंद बचीं होंगी। होगी ख़त्म जब तक क़िताब, तेरी सूरत सबके दिलों में बसी बसी होगी। यकीं है मुझको, ख़्वाहिश पूरी होगी। तेरे साथ बिताए पलों की, एक दिन किताब होगी। ख़्वाहिश #poety #hindipoetry #love #time #journey #expectation #life #faith #sould