बड्डे है आज तुम्हारा कुछ तो देना है उपहार, लिख रहा हु दिल से छोटी सी कबिता कर मेरी स्वीकार , अब तेरी क्या तारीफ करू,तेरे लिए तो मेरी तारीफे ही कम पड़ जाएगी, लिखते लिखते तेरे बारे में मेरी पेन की स्याही खत्म हो जाएगी। दोस्तो का तो यार है तू ,यारी दिल से निभाता है हरदम हर बक्त तू मेरा साथ निभाता है । सांत दिमाग से सोच कर करता है सब काम , रूम पाटनर है तू मेरा उदित राठौर तेरा नाम । मिला साथ तेरा मुझहे जब से कुछ अलग ही अंदाज पाया है, दोस्त के रूप में मैने तुझ जैसा भाई पाया है। गुस्सा तुम्हारा खराब ना कर पाते तुम इसको काबू, नाम तुम्हारा उदित है पर किसी के तुम हो बाबू। कॉलेज तो अब जाते है हफ्ते में दो चार बार , क्या करे इनको लपक के जो हुआ है प्यार। चलो तुम्हारी तारीफों को अब यही में रोक देता हूं, मेरे जिगरी यार में तुझे दिल से जन्मदिन की शुभकामनाये देता हूं। हैप्पी birhtday bhai