अजब बात है मुर्दों में हमने भी जीना सीख लिया गम ऐ तन्हाई का हर शाम जाम पीना सीख लिया दर्द ऐ जुदाई का न रहा वास्ता अब कोई वसल से आज कल इस दिल ने गम को छुपाना सीख लिया * सीख लिया है * अजब बात है मुर्दों में हमने भी जीना सीख लिया गम ऐ तन्हाई का हर शाम जाम पीना सीख लिया दर्द ऐ जुदाई का न रहा वस्ता अब कोई वसल से आज कल ये दिल ने गम को छुपाना सीख लिया