Nojoto: Largest Storytelling Platform

झूठ बिकने लगा है बाजारों में आज कल, ए बेख़बर! सच

झूठ बिकने लगा है बाजारों में आज कल,
ए बेख़बर! 
सच को अब कोई ख़रीददार नहीं मिलता।। #58
झूठ बिकने लगा है बाजारों में आज कल,
ए बेख़बर! 
सच को अब कोई ख़रीददार नहीं मिलता।। #58