clz time again जहाँ जा कर दोस्ती कि नीव रखी थी।। हम ने जिसे "केनटीन "कहा था।। चलती थी उधारी।।दोस्तों के संग।। दो -दो समोसे कि पारटी होती थी।। फटनी है जब तक जै़ब चिल्लार हो बाकी ।। घट जाये अगर पैसा तो उधारी की इसकीम बाकी थी।। Aisect university Bhopal #aisect university Bhopal miss my clg time