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मैं एक मज़दूर क्या करु जन्म से हू घर से निकलता हू

मैं एक मज़दूर 
क्या करु जन्म से हू
घर से निकलता हू रोज कमाने के लिऐ
राह देखते हैं मेरे घर वाले वो आयेगा तब मिलेगा हमे खाने के लिये
अब इस मोड़ से गुज़रा हू 
भगवान नही चॉंहता होगा मैं घर पे पोहचू
समजाना मेरे घर वालो को मै अब घर नहीं आ रहा हू.





 आज के औरंगाबाद रेल हादसे ने स्तब्ध कर दिया है। प्रार्थना करते हैं कि ईश्वर सभी मृतकजनों की आत्मा को शांति प्रदान करे और परिवारजनों को दुख सहने की शक्ति दे। 
#yostowrimo में प्रवासी मज़दूरों को केंद्र में रखते हुए एक कहानी लिखें। कहानी दो प्रवासी मज़दूरों के बीच वार्तालाप के रूप में हो सकती है अथवा आपके प्रत्यक्ष अनुभव पर आधारित हो सकती है।
#मज़दूरीएककहानी   #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi
मैं एक मज़दूर 
क्या करु जन्म से हू
घर से निकलता हू रोज कमाने के लिऐ
राह देखते हैं मेरे घर वाले वो आयेगा तब मिलेगा हमे खाने के लिये
अब इस मोड़ से गुज़रा हू 
भगवान नही चॉंहता होगा मैं घर पे पोहचू
समजाना मेरे घर वालो को मै अब घर नहीं आ रहा हू.





 आज के औरंगाबाद रेल हादसे ने स्तब्ध कर दिया है। प्रार्थना करते हैं कि ईश्वर सभी मृतकजनों की आत्मा को शांति प्रदान करे और परिवारजनों को दुख सहने की शक्ति दे। 
#yostowrimo में प्रवासी मज़दूरों को केंद्र में रखते हुए एक कहानी लिखें। कहानी दो प्रवासी मज़दूरों के बीच वार्तालाप के रूप में हो सकती है अथवा आपके प्रत्यक्ष अनुभव पर आधारित हो सकती है।
#मज़दूरीएककहानी   #YourQuoteAndMine
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atulwaghade1868

Atul Waghade

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