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कोरोना का क़हर (लेख) कैप्शन 👇 में पढ़े। कोरोना वायर

कोरोना का क़हर
(लेख) कैप्शन 👇 में पढ़े। कोरोना वायरस, जिसकी शुरुआत पिछले साल चीन के वुहान प्रांत के सीफ़ूड और पोल्ट्री बाजार मे हुई  है, आज दुनिया भर के लिए एक गंभीर मामला  बन गयी है। यह वायरस आज तक सैकड़ों  देशों में फैल चुका है। विश्व मे 30 लाख से ज़्यादा की मौत और 14 करोड़  से ज़्यादा लोग इस बीमारी से ग्रसित हो चुके है।

क्या है ये वायरस?

ज़ुखाम से लेकर ज़्यादा गंभीर रोगों कि वजह हो सकती है जैसे कि मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (Middle East Respiratory Syndrome: MERS-CoV) और सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (Severe Acute Respiratory Syndrome: SARS-CoV) कोरोना वायरस ज़ूनोटिक (zoonotic) है। जिसका अर्थ है पशुजन्य रोग, यह वायरस से इंसान और जानवर दोनों को हो सकता है। इस वायरस को अभी “SARS-CoV-2” का नाम दिया गया है और इसकी वजह से आने वाली बीमारी को “कोरोना डिजीज 2019” जिसका सक्षिप्त नाम “COVID-19” है।

पहली लहर आकर जा चुकी है,जिसे बहुत हद तक नियंत्रित भी कर लिया गया था लेकिन इस वक़्त देश में कोरोना की दूसरी लहर थमने का नाम नहीं ले रही है। रोजाना नए मामलों की संख्या बढ़ रही है।
सोमवार को एक्टिव मामलों की संख्या 16 लाख के पार हो गई है।कई राज्यों ने कोरोना को बढ़ने से रोकने के लिए पाबंदियां लगाई हैं। आज ही दिल्ली और राजस्थान जैसे राज्यों ने 1 हफ्ते का सम्पूर्ण लॉकडाउन लगा दिया है।
कोरोना का क़हर
(लेख) कैप्शन 👇 में पढ़े। कोरोना वायरस, जिसकी शुरुआत पिछले साल चीन के वुहान प्रांत के सीफ़ूड और पोल्ट्री बाजार मे हुई  है, आज दुनिया भर के लिए एक गंभीर मामला  बन गयी है। यह वायरस आज तक सैकड़ों  देशों में फैल चुका है। विश्व मे 30 लाख से ज़्यादा की मौत और 14 करोड़  से ज़्यादा लोग इस बीमारी से ग्रसित हो चुके है।

क्या है ये वायरस?

ज़ुखाम से लेकर ज़्यादा गंभीर रोगों कि वजह हो सकती है जैसे कि मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (Middle East Respiratory Syndrome: MERS-CoV) और सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (Severe Acute Respiratory Syndrome: SARS-CoV) कोरोना वायरस ज़ूनोटिक (zoonotic) है। जिसका अर्थ है पशुजन्य रोग, यह वायरस से इंसान और जानवर दोनों को हो सकता है। इस वायरस को अभी “SARS-CoV-2” का नाम दिया गया है और इसकी वजह से आने वाली बीमारी को “कोरोना डिजीज 2019” जिसका सक्षिप्त नाम “COVID-19” है।

पहली लहर आकर जा चुकी है,जिसे बहुत हद तक नियंत्रित भी कर लिया गया था लेकिन इस वक़्त देश में कोरोना की दूसरी लहर थमने का नाम नहीं ले रही है। रोजाना नए मामलों की संख्या बढ़ रही है।
सोमवार को एक्टिव मामलों की संख्या 16 लाख के पार हो गई है।कई राज्यों ने कोरोना को बढ़ने से रोकने के लिए पाबंदियां लगाई हैं। आज ही दिल्ली और राजस्थान जैसे राज्यों ने 1 हफ्ते का सम्पूर्ण लॉकडाउन लगा दिया है।