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अजनबी थे अनजाने थे हम , अब एक दूसरे की रूह बन गये

अजनबी थे अनजाने थे हम ,
अब एक दूसरे की रूह बन गये ,
जुस्तज़ू दिल को एक दूसरे की हुई ,
जाने कब हम दो जिस्म एक जान हो गये ...
जाने कब हम रूबरू मिलेंगे ,
अब तो एक दूसरे के सुकून हो गये ....

©sonu
  #loV€fOR€v€R #रूहानी_एहसास_और_तुम