ज़िंदगी दिसंबर सी बीत रही है उम्र सी। न रहो खफा न हो जफ़ा, माफ करना यारों मेरे हो जाए गर मुझसे ख़ता।। #Day5 #DecChallange #Hindipoetry #NojotoHindi