#OpenPoetry हमारे प्यार की जो गाड़ी है सच कहूं आपने बिगाड़ी है रुशवाई जुदाई बेवफाई सबकुछ दिया हमको कैसे कहदूं.तुझे अनाड़ी है by.baghel pyar ki gadi