ठोकरें बहुत खाई है ? ज़िन्दगी का जो मजा गिकर संभालने में है! वो बरसात में भीगने पर कहां, पीसने की खूशबू भी महकने लगती है! मंजिल पाने की जिद हो जहां !! ©HarshivaPrakash #ठोकरें_बहुत_खाई_है!