अगर हमारी बातें सही है..... तो हमारा उन बातों को बोलना गलत कैसे हैं? अगर हमारे इरादे सही है..... तो उन इरादों को बयां करना गलत कैसे हैं? हम बेटियां हैं!! महज इसलिए हमें कुछ अधिकार से वंचित रखा गया है। तो बहूओ को भी.... कहां किसी ने आजादी से जीने का अधिकार दिया है? तुम कहते हो..... हम कुछ दिनों के मेहमान हैं, क्योंकि तुम्हारे हिसाब से बाप का घर, कहां कभी बेटियों का अपना हुआ है। और जबकि..... ससुराल वालों के लिए भी हम पराए घर की बेटी हैं, तो तुम ही बताओ कि हमारे अपने कौन हैं? और हमारा घर कहां हैं? अगर तुम्हें जन्म देते हुए मां ने दर्द सहा हैं, तो मुझे भी जन्म देते हुए उसने उतना ही दर्द सहा हैं। फिर समझ नहीं आता है.... कि हम दोनों के बीच फर्क कहां है? जब हम से ही तुम्हारा वजूद है... तो हमारे जन्म से पहले ही हमें मारने का ...... तुम्हें ख्याल कैसे आया हैं? जब हमने ही रात भर जग कर..... तुम्हें सुकून की नींद सुलाया हैं, तो फिर तुम ये बताओ.... कि हमें मौत की नींद सुलाने का, तुम्हारे मन में विचार कैसे आया हैं? और अगर तुम हमें मर्यादा में रहना सिखाते हो.... तो हम तुम्हीं से जानना चाहते हैं, कि तुम्हारी मर्यादा क्या हैं? अगर तुम हमें सशक्त करने की बात कर रहे हो... तो तुम हमें ये भी बताते जाओ..... कि हमें कमजोर बनाया किसने है? _alfaaz__e_dil__ #daughter #Daughters #daughterslove #daughterquotes #boon