उनकी हसीं यादों का दरिया छलकने लगता है आँखों से कभी कभी, मैं मरीज़ ए इश्क़ हूं जनाब मेरे हर मर्ज की दवा है वो... ©Nikhil Kaushik #दरिया #Dariya #यादें #मरीज_ए_इश्क #hindiwritings