मुझे सुकून मिलता है, वो जो तेरी आवाज की खनक को सुन लेता हूँ मैं, तो मुझे सुकून मिलता है, वो जो एक तस्वीर पड़ी है, मुस्कुराती हुई तुम्हारी, देख लेता हूँ एक बार तो सुकून मिलता है, जो तुम मेरा नाम लेती हो कभी कभी, उसे सुन कर सुकून मिलता है, जो कम्पन है गले मे तुम्हारे, उसे महसूस करता हूँ तो सुकून मिलता है, तुम हो चुकी हो किसी की, फर्क नही पड़ता मुझे, मैं तुम्हे अपने पास पाता हूँ हर वक़्त, तो मुझे सुकून मिलता है। ©Durgesh Prasad #justWritten #Not4Anyone #BsYunHi #rayofhope