मेहंदी की रस्म देखी है, उसको किसी और के आंखों , में सजी देखी है ।। जख्म था , दर्द भी था , मेरे निशान मुझको देख , खुद की वजह पूछ बैठी थी । एक रिश्ता उस मंडप से कहीं दूर , धुआं धुआं हो रही थीं.... #darkshadewriter