#OpenPoetry हमारा नाम मत लेना , तुम अपने फसानों में । भलें मशरूफ़ियत रखते हो,तुम ऊँचे घरानों में। मोहब्बत हो तो आ जाना,उन्हीं तंग गलियों में। हमारा घर हमारा है - तेरी कोठी बेगानों में । " विकास शर्मा " #nojotosaayri#nojotopoetry#nojotovikassharma#nojotogwalior..