सुना है... मन के सम्पर्क में , जुबान की जुगलबंदी नहीं मात्र मूक भाषा बहुत होती है, दूर रहकर भी जो , दूरियां कम कर देती है या ला सकती है, करीब एक दूजे को.. अथवा खामोशी उत्पन्न कर सकती है गहरी खाई.... #सम्पर्क #खाई #यूंही #तूलिका #tulikagarg