तेरे कूंचे से हम निकले हमने वहां खुदा देखा। तेरी शोहरत ऐसी देखी तुझे ढूंढता हर बुत देखा।। वैसे तो खुद को मासूम बताता रहा उम्र भर। जब भी गौर से देखा तेरा खंजर खून से सना देखा।। ©Varun Vashisth #varunkagam