रंग ऐ मोहब्ब्त कुछ ऐसा उड़ाओ होली में, किसी उदास चेहरे पर मुस्कान जगाओ होली में, लगा सको सीने से किसी गैर को भी इस बार, माहौल चाहत का कुछ ऐसा बनाओ होली में. बड़ा आसान है किसी पर किजड़ का उछाल देना, दाग किसी के दामन से तुम हटाओ होली में, वो जो मिलाता है नजरें तुमसे हर रोज अपनी छत पर चढ़कर, जाकर उसके घर उससे हाथ मिलाओ होली में. यूँ रांझा बनने से हीर ना मिलेगी, ये याद रखना, ढूंढ कर राधा खुद को कान्हा बनाओ होली में, वो जो अक्सर तुमसे इश्क़ में रूठ जाता है, लगाकर दिल से उसे गिले शिकवे मिटाओ होली में, बड़े मुश्किल से मिलता है ये मानुष जन्म दोस्तो, अब तो खुद को आदमी से इंसान बनाओ होली में. Happy, Happy होली