रिश्तों की आधुनिक डोर है... पहले तो सब साथ में मामा के घर जाया करते थे... अब video call पर ही कभी कभी बात कर लिया करते है। रिश्तों की आधुनिक डोर है... पहले शादी के दस दिन पहले जाकर सबकी मदद कर देते थे... अब तो दूल्हा दुल्हन को social media पर ही बधाई दे देते है। रिश्तों की आधुनिक डोर है... पहले सबको बारी बारी से खत लिखते थे और दूसरो के खत का इंतजार करते थे... अब कभी कभी याद आए तो WhatsApp पर chating कर लेते है। रिश्तों की आधुनिक डोर है... पहले तो कुछ अच्छे पल याद रखने के लिए डायरी लिखते थे... अब अच्छे पल याद रखने के लिए एक photo ही काफी है। रिश्तों की आधुनिक डोर है... पहले तो अच्छी लड़की या लड़का ढूंडने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती थी... पर अब लड़की या लड़का ढूंडने के लिए सिर्फ internet की जरूरत है। ©writer girl #longdistancerelationship #familymissing