#जब तक है जान... -वersion_2.0 तेरा कभी यूं पुकार लेना, इशारों में कुछ कह देना, चुपके से हाथ पकड़ लेना, हर पल याद करूंगा मै.. जब तक है जान, जब तक है जान.. तेरा झूठ पर झूठ बोलना, घंटो मुझे इंतज़ार करवाना, कभी मुझे अपना ना समझना, नहीं भूलूंगा मैं.. जब तक है जान, जब तक है जान.. झूठी प्यार की बातों से, जलाने वाली अदाओं से, साथ छोड़ने के इरादों से, नफ़रत करूंगा मैं.. जब तक है जान, जब तक है जान.. तेरी प्यारी सी मुस्कान के बिना, तेरी खनकती सी आवाज़ के बिना, तेरी महकती हुई सादगी के बिना, कैसे रह पाऊंगा मैं.. जब तक है जान, जब तक है जान.. जब तक है जान,, वersion_2.0