ज़माने की रिवायतें तुमने बग़ावत हमनें चुन ली ये अपने अपने हौंसलों की बात है अपनी ख़ुदी से ख़ुद हैं या ज़माने से हम ये नज़र नज़र के फ़र्क़ की बात है 1/7/20